‏ Psalms 53:1-3

संगीत के निरदेसक बर। महलत
संभवतः संगीत के एक सबद
के मुताबिक दाऊद के एक मसकील

1मुरूख ह अपन मन म कहिथे,
“परमेसर नइं ए।”
ओमन बिगड़ गे हवंय, अऊ ओमन के चालचलन ह निकम्मा ए;
अइसे कोनो नइं ए, जऊन ह भलई करथे।

2परमेसर ह स्वरग ले
जम्मो मानव-जाति ला ये आसा म देखथे
कि कोनो समझदार हवय कि नइं,
कोनो परमेसर के खोज करथे कि नइं।
3हर मनखे ह भटक गे हवय, जम्मो झन बिगड़ गे हवंय;
अइसे कोनो नइं ए, जऊन ह भलई करथे,
एको झन घलो नइं।
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