Luke 24:1-12
यीसू के जी उठई
(मत्ती 28:1‑10; मरकुस 16:1‑8; यूहन्ना 20:1‑10)
1हप्ता के पहिली दिन बड़े बिहनियां, ओ माईलोगनमन जऊन मसाला के लेप तियार करे रिहिन, ओला लेके यीसू के कबर करा गीन। 2ओमन पथरा ला कबर के मुंहाटी ले ढलंगे पाईन। 3पर जब ओमन कबर के भीतर गीन, त ओमन उहां परभू यीसू के देहें ला नइं पाईन। 4जब ओमन ये बात ला देखके अचम्भो करत रिहिन, त अचानक दू झन मनखे चमकीला कपड़ा पहिरे ओमन करा आके ठाढ़ हो गीन। 5ओमन बहुंत डरा गीन अऊ अपन चेहरा ला तरी करके ठाढ़ हो गीन, तब ओ मनखेमन ओमन ला कहिन, “जऊन ह जीयत हवय, ओला तुमन मरे मन के बीच म काबर खोजत हवव? 6ओह इहां नइं ए। ओह जी उठे हवय। सुरता करव, जब ओह तुम्हर संग गलील प्रदेस म रिहिस, त तुमन ला का कहे रिहिस: 7‘मनखे के बेटा ह पापी मनखेमन के हांथ म सऊंपे जाही अऊ ओह कुरूस ऊपर चघाय जाही, पर तीसरा दिन ओह फेर जी उठही।’ ” 8तब ओ माईलोगनमन यीसू के बात ला सुरता करिन। 9जब ओमन कबर ले वापिस आईन, त ओमन ये जम्मो बात गियारह चेला अऊ दूसर जम्मो झन ला बताईन। 10ये माईलोगनमन मरियम मगदलिनी, योअन्ना अऊ याकूब के दाई मरियम रिहिन। येमन अऊ आने माईलोगनमन ये बात प्रेरितमन ला बताईन। 11पर ओमन माईलोगनमन के बात ला बिसवास नइं करिन काबरकि ओमन ला येह बेकार के बात लगिस। 12पर पतरस ह उठिस अऊ दऊड़त कबर म गीस। जब ओह निहरके देखिस, त उहां सिरिप मलमल के कपड़ा ह पड़े रहय। तब जऊन कुछू होय रिहिस, ओकर बारे म अचम्भो करत, ओह अपन घर लहुंट गीस।
Copyright information for
HneSCA