‏ Luke 9:28-36

यीसू के रूप ह बदलथे

(मत्ती 17:1‑8; मरकुस 9:2‑8)

28यीसू के ये कहे के करीब आठ दिन के बाद, ओह पतरस, यूहन्ना, अऊ याकूब ला अपन संग लीस अऊ एक ठन पहाड़ म पराथना करे बर गीस। 29जब ओह पराथना करत रिहिस, त ओकर चेहरा के रूप ह बदल गीस अऊ ओकर कपड़ा ह पंर्रा होके बहुंत चमके लगिस। 30अऊ दू झन मनखे मूसा अऊ एलियाह महिमा म परगट होईन अऊ यीसू संग गोठियावत रिहिन। 31ओमन यीसू के मरे के समय के बारे म बातचीत करत रिहिन, जऊन ला यीसू ह यरूसलेम म पूरा करइया रिहिस। 32पतरस अऊ ओकर संगवारीमन बहुंत नींद म रहंय, पर जब ओमन जागिन, त ओमन यीसू के महिमा अऊ दू झन मनखे ला ओकर संग ठाढ़े देखिन। 33जब दूनों मनखे ओकर करा ले जाय लगिन, तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे मालिक, हमन के इहां रहई बने अय। हमन तीन ठन मंडप बनाथन—एक तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक ठन एलियाह बर।” (ओह नइं जानत रहय कि ओह का कहत रिहिस।)

34जब ओह गोठियावत रिहिस, त एक बादर ह आईस अऊ ओमन ला ढांप लीस अऊ ओमन डरा गीन जब ओमन बादर म हमाईन। 35बादर म ले ये अवाज आईस, “येह मोर बेटा ए, जऊन ला मेंह चुने हवंव; एकर बात ला सुनव।” 36जब अवाज ह बंद हो गीस, त ओमन यीसू ला एके झन पाईन। चेलामन ये बात ला चुप होके अपन म रखिन, अऊ जऊन कुछू ओमन देखे रिहिन, ओला ओ समय कोनो ला नइं बताईन।

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