Mark 10:46-52
बरतिमाई अंधरा देखन लगथे
(मत्ती 20:29‑34; लूका 18:35‑43)
46तब यीसू अऊ ओकर चेलामन यरीहो सहर म आईन अऊ जब ओमन एक बड़े भीड़ के संग यरीहो ले निकलके जावत रिहिन, त बरतिमाई (जेकर मतलब होथे “तिमाई के बेटा”) नांव के एक अंधरा मनखे सड़क के तीर म बईठके भीख मांगत रहय। 47ओह ये सुनके कि नासरत के यीसू अय, चिचियाके कहिस, “हे यीसू, दाऊद के संतान, मोर ऊपर दया कर!” 48कतको झन ओला दबकारके कहिन, “चुपे रह।” पर ओह अऊ चिचियाके कहिस, “हे दाऊद के संतान! मोर ऊपर दया कर।” 49जब यीसू ह सुनिस, त ठाढ़ होके कहिस, “ओला इहां बलावव।” तब मनखेमन ओ अंधरा ला बलाके कहिन, “खुसी मना अऊ उठ। ओह तोला बलावत हवय।” 50ओह अपन ओढ़ना ला फटिक दीस अऊ कूदके ठाढ़ हो गीस अऊ यीसू करा आईस। 51यीसू ह ओकर ले पुछिस, “तेंह का चाहत हस कि मेंह तोर बर करंव?” ओ अंधरा ह कहिस, “हे गुरू! मेंह देखे बर चाहत हंव।” 52यीसू ह कहिस, “जा, तोर बिसवास ह तोला बने करे हवय।” अऊ तुरते ओह देखे लगिस अऊ डहार म यीसू के पाछू हो लीस।
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