‏ Mark 14:12-21

यीसू ह अपन चेलामन संग फसह के भोज खाथे

(मत्ती 26:17‑25; लूका 22:7‑14, 21‑23; यूहन्ना 13:21‑30)

12बिन खमीर के रोटी के तिहार के पहिली दिन, ये रिवाज रिहिस कि फसह के मेढ़ा-पीला के बलिदान करे जावय; त यीसू के चेलामन ओकर ले पुछिन, “तेंह कहां चाहथस कि हमन जाके तोर बर फसह के भोज खाय के तियारी करन?”

13ओह अपन चेलामन ले दू झन ला, ये कहिके पठोईस, “सहर म जावव अऊ तुमन ला एक मनखे घघरी म पानी ले जावत मिलही। ओकर पाछू-पाछू जावव। 14ओह जऊन घर म जाही, ओ घर के मालिक ले कहव, ‘गुरू ह पुछत हवय कि ओकर पहुना कमरा कहां हवय, जिहां ओह अपन चेलामन संग फसह के भोज खा सकय।’ 15ओह तुमन ला अटारी म सजे-सजाय अऊ तियार एक ठन बड़े कमरा देखाही। उहां हमर भोज खातिर तियारी करव।”

16तब चेलामन सहर म गीन अऊ जइसने यीसू ह ओमन ला कहे रिहिस, वइसनेच पाईन अऊ ओमन फसह के भोज तियार करिन।

17जब सांझ होईस, त यीसू ह बारहों चेलामन संग आईस। 18जब ओमन बईठके खावत रिहिन, त यीसू ह कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव—तुमन म ले एक झन मोर संग बिसवासघात करही—ओ जऊन ह मोर संग खाना खावत हे।”

19चेलामन उदास होके एक-एक करके पुछन लगिन, “का ओह में अंव?”

20यीसू ह ओमन ला कहिस, “ओह तुमन बारहों म ले एक झन अय, जऊन ह मोर संग कटोरा म हांथ डारत हवय। 21मनखे के बेटा ह मरही, जइसने परमेसर के बचन म ओकर बारे म लिखे हवय, पर धिक्कार ए, ओ मनखे ऊपर, जऊन ह मनखे के बेटा संग बिसवासघात करत हे! ओ मनखे बर बने होतिस, यदि ओकर जनम ही नइं होय रहितिस।”

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