Mark 14:43-50
यीसू ह पकड़वाय जाथे
(मत्ती 26:47‑56; लूका 22:47‑53; यूहन्ना 18:3‑12)
43यीसू ह ये कहितेच रिहिस, तभे यहूदा जऊन ह बारह चेलामन ले एक झन रिहिस, एक बड़े भीड़ ला लेके पहुंचिस। भीड़ के मनखेमन तलवार अऊ लउठी धरे रहंय अऊ येमन ला मुखिया पुरोहित, कानून के गुरू अऊ अगुवामन पठोय रिहिन। 44बिसवासघात करइया ह ओमन ला पहिली ले ये संकेत बता दे रिहिस, “जऊन ला मेंह चूमहूं, ओहीच मनखे अय; ओला पकड़ लूहू अऊ होसियारी के संग ले जाहू।” 45यहूदा ह तुरते यीसू करा आईस अऊ कहिस, “हे गुरू!” अऊ ओह यीसू ला चूमिस। 46तब मनखेमन ओकर ऊपर हांथ लगाके ओला कसके पकड़ लीन। 47ओकर लकठा म ठाढ़े मनखेमन ले एक झन अपन तलवार ला निकालिस अऊ महा पुरोहित के सेवक ऊपर चलाके ओकर कान ला काट डारिस। 48यीसू ह ओमन ला कहिस, “का मेंह डाकू अंव कि तुमन तलवार अऊ लउठी लेके मोला पकड़े बर आय हवव? 49मेंह तुम्हर संग रहिके रोज मंदिर म उपदेस देवत रहेंव, तब तुमन मोला नइं पकड़ेव। पर येह एकर खातिर होईस कि पबितर बचन ह पूरा होवय।” 50तब जम्मो चेलामन ओला छोंड़के भाग गीन।
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