‏ Matthew 14:15-21

15जब सांझ होय लगिस, तब चेलामन ओकर करा आईन अऊ कहिन, “येह एक सुनसान जगह ए, अऊ बेरा ह ढरक गे हवय। भीड़ के मनखेमन ला भेज, ताकि ओमन गांवमन म जाके अपन बर कुछू जेवन बिसो सकंय।”

16यीसू ह कहिस, “येमन ला कहीं जाय के जरूरत नइं ए। तुमन येमन ला कुछू खाय बर देवव।”

17ओमन यीसू ला कहिन, “इहां हमर करा सिरिप पांच ठन रोटी अऊ दू ठन मछरी हवय।”

18यीसू ह कहिस, “ओमन ला इहां मोर करा लानव।” 19तब यीसू ह मनखेमन ला कांदी म बईठे के हुकूम दीस। ओह पांच रोटी अऊ दू ठन मछरी ला लीस अऊ स्वरग कोति देखके, ओह परमेसर ला धनबाद दीस, अऊ रोटीमन ला टोर-टोरके अपन चेलामन ला दीस अऊ चेलामन मनखेमन ला दीन। 20ओ जम्मो झन खाईन अऊ खाके अघा गीन। चेलामन बांचे-खुचे टुकड़ा के बारह टुकना भर के उठाईन। 21जऊन मन भोजन करिन, ओमा माईलोगन अऊ लइकामन ला छोंड़के, करीब पांच हजार आदमीमन रिहिन।

Copyright information for HneSCA