Matthew 14:22-33
यीसू ह पानी ऊपर रेंगथे
(मरकुस 6:45‑52; यूहन्ना 6:15‑21)
22एकर बाद, यीसू ह तुरते चेलामन ला डोंगा म चघाईस कि ओमन ओकर ले आघू झील के ओ पार जावंय, तब तक ओह मनखेमन ला बिदा करिस। 23मनखेमन ला बिदा करे पाछू, यीसू ह एके झन पराथना करे बर पहाड़ ऊपर गीस। जब सांझ होईस, त ओह उहां एके झन रिहिस। 24ओ समय डोंगा ह भुइयां ले बहुंत दूरिहा म रिहिस, अऊ पानी के लहरा म डगमगावत रिहिस, काबरकि हवा ह ओकर उल्टा बोहावत रहय। 25झूलझूलहा यीसू ह समुंदर ऊपर रेंगत चेलामन करा आईस। 26जब चेलामन यीसू ला समुंदर ऊपर रेंगत देखिन, त ओमन डरा गीन अऊ कहिन, “येह भूत अय।” अऊ ओमन डर के मारे चिचियाय लगिन। 27तब यीसू ह तुरते ओमन ला कहिस, “हिम्मत रखव। येह में अंव। झन डरव।” ▼ 28पतरस ह कहिस, “हे परभू, यदि तें अस, त मोला पानी ऊपर तोर करा आय के हुकूम दे।” 29यीसू ह कहिस, “आ।” तब पतरस ह डोंगा ले उतरिस अऊ पानी ऊपर रेंगत यीसू कोति आय लगिस। 30पर जब ओह हवा ला बहत देखिस, त ओह डरा गीस अऊ पानी म बुड़न लगिस, त चिचियाके कहिस, “हे परभू! मोला बचा।” 31यीसू ह तुरते अपन हांथ बढ़ाके ओला थाम लीस अऊ कहिस, “हे अल्प बिसवासी, तेंह संका काबर करय?” 32जब ओ दूनों डोंगा म चघ गीन, त हवा ह सांत हो गीस। 33तब जऊन मन डोंगा म रिहिन, ओमन यीसू ला दंडवत करिन अऊ कहिन, “सही म तेंह परमेसर के बेटा अस।”
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